अरवी के पत्ते की सब्जी
(जिसे बिहार में कोपल या गिरवछ कहते हैं)बिहार में इसे बहुत पसंद किया जाता है.
(जिसे बिहार में कोपल या गिरवछ कहते हैं)बिहार में इसे बहुत पसंद किया जाता है.
सामग्री
अरवी(कच्चू,कोचई)के कोमल पत्ते
बेसन
हरी मिर्च-लहसुन पेस्ट -दो छोटी चमच
धनिया पाउडर---आधी चम्मच
निम्बू का रस-दो छोटी चम्मच
तलने के लिए तेल.
विधि
डंठल काट पत्तों को धो ले,एक कटोरे में बेसन में नमक,हल्दी,हरी मिर्च-लहसुन पेस्ट ,निम्बू रस और पानी दल घोल बना ले, गाढ़ापन मध्यम हो न ही बहुत पतला न ही बहुत गाढ़ा.
थाली उलट ले एक बड़े पत्ते को फैला कर रखे.....घोल की एक परत फैला दे ,फिर दूसरी पत्ती को रखे उस पर भी बेसन की घोल की लेप लगा दें .ऐसे ही बारी बारी पत्तों की लेयर बिछाती जाएँ,ध्यान रखे पत्ते बिलकुल एक पर एक न हों....थोड़ी खिसका खिसका कर बिछाएं.आठ-नौ पत्तों के बाद,एक तरफ से रोल (roll ) करना शुरू करे,मोडती जाएँ और बेसन के घोल को लगाती भी जाएँ.
दोनों किनारों के पत्तो को भीतर की तरफ घुसा दे. रील वाले धागे से पूरे रोल को घूमा घूमा कर बांध दे ताकि उबलने के वक़्त पानी में खुले नहीं.
एक बड़े भगौने में डूबने लायक पानी उबाले और पत्तो के रोल को उसमे धीरे से डाल दें.३-४ मिनट के बाद एक जाली में ले,छान अतिरिक्त पानी निथार ले........ ठंडा होने दे .धागे को सावधानी से निकाल दे,एक तेज धर की चाकू से गोल गोल चक्के (swiss rol )की तरह काट लें.
कढाई में सरसों तेल गरम करें धीमी आंच पर ,कुरकुरा होने तक तल लें.
इसे ऐसे भी खाया जा सकता है,स्नैक्स के तौर पर या फिर ग्रेवी में डाला जाता है.
ग्रेवी बनाने की विधि
सामग्री
पीला सरसों के दाने---४-५ छोटी चम्मच
लहसुन पेस्ट-एक छोटी चम्मच
लालमिर्च पाउडर-आधी चम्मच
धनिया पाउडर-एक छोटी चम्मच
हल्दी,नमक,तेल,मेथी दाने-५-७
अमचूर या निम्बू रस-आधी छोटी चम्मच.
विधि
तेल गर्म कर....मेथी दाना डाले,बाकी मसाला सब डाल कर धीमी आंच पर थोड़ी थोड़ी पानी दे कर भुन ले.जब किनारों से तेल छोडनी लगे तो पानी डाल कर उबाल आने दे.अब तले हुए कोपल/गिर्वाछ डाल कर एक-दो मिनट पक जाने दे,आमचूर/निम्बू रस डाल कर गैस बंद कर दें.
इससे चावल / रोटी इत्यादि के साथ खाए.